महाराष्ट्र विकास अघाड़ी (एमवीए) ने शनिवार को छत्रपति शिवाजी महाराज पर विवादित टिप्पणी को लेकर राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी और एकनाथ शिंदे सरकार के खिलाफ मुंबई में विरोध मार्च निकाला। इस विरोध मार्च में एमवीए के सभी सहयोगी दल शामिल रहे। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) और कांग्रेस ने शनिवार को एकनाथ शिंदे सरकार और राज्यपाल बीएस कोश्यारी के खिलाफ 'अन्याय' को लेकर विरोध मार्च निकाला।
विरोध मार्च में शामिल नेताओं ने कहा कि महाराष्ट्र में छत्रपति शिवाजी महाराज और महात्मा ज्योतिबा फुले जैसे राज्य के प्रतीकों का "अपमान" किया गया। कर्नाटक के सीमावर्ती क्षेत्रों में मराठी-भाषियों के खिलाफ "अत्याचार" के साथ-साथ औद्योगिक परियोजनाओं को राज्य से बाहर ले जाया गया।
शिवसेना नेता उद्धव ठाकरे और संजय राउत, एनसीपी के शरद पवार, अजीत पवार, सुप्रिया सुले और कांग्रेस के अशोक चव्हाण जैसे प्रमुख विपक्षी नेताओं ने विरोध का नेतृत्व किया। जिसमें 2 लाख से अधिक लोगों की भागीदारी देखी गई। मार्च दक्षिण मुंबई में जे जे अस्पताल और छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस के बीच निकाला गया।