प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महान स्वतंत्रता सेनानियों बाल गंगाधर तिलक और चंद्रशेखर आजाद की जयंती पर उन्हें शनिवार को श्रद्धांजलि दी. उन्होंने तिलक और आजाद को साहस एवं देशभक्ति का प्रतीक बताया. पीएम मोदी ने ट्वीट किया, बड़े पैमाने पर होने वाला गणेश उत्सव लोकमान्य तिलक की चिरस्थायी विरासतों में से एक है, जिसने लोगों के बीच सांस्कृतिक चेतना की भावना को प्रज्वलित किया. अपनी एक मुंबई यात्रा के दौरान मैंने लोकमान्य सेवा संघ का दौरा किया, जिसका लोकमान्य तिलक के साथ घनिष्ठ संबंध है. उन्होंने ट्विटर पर अपने इस दौरे की तस्वीरें भी साझा कीं.
प्रधानमंत्री ने एक अन्य ट्वीट में कहा, मैं मां भारती के दो महान सपूतों लोकमान्य तिलक और चंद्रशेखर आजाद को उनकी जयंती पर नमन करता हूं. ये दो दिग्गज साहस और देशभक्ति के प्रतीक हैं. मोदी ने अपने मन की बात कार्यक्रम की एक क्लिप भी साझा की, जिसमें उन्होंने दोनों महान स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि दी थी.
उत्तर प्रदेश में 1906 में जन्मे आजाद ने एक क्रांतिकारी नेटवर्क चलाया और अंग्रेजों के हाथों कभी न पकड़े जाने का संकल्प लिया. पुलिस के साथ 1931 में एक मुठभेड़ के दौरान उन्होंने आजाद रहने के संकल्प पर अटल रहते हुए अपनी जान दे दी. वहीं, 1856 में जन्मे तिलक आजादी के आंदोलन के दौरान उभरे उन नेताओं में शामिल थे, जिन्हें देशव्यापी स्तर पर लोकप्रियता हासिल थी.