Maharashtra : महाराष्ट्र कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले (Nana Patole) के नेतृत्व में मुंबई में कई कांग्रेस नेताओं को विधानसभा भवन में पुलिस द्वारा रोके जाने के बाद हिरासत में ले लिया गया. दरअसल वे बढ़ती बेरोजगारी व अन्य मुद्दों के साथ, विरोध करते हुए राज्यपाल बी एस कोश्यारी के आवास, राजभवन तक मार्च कर रहे थे.
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि “हम केवल केंद्र सरकार और भाजपा के विरोध में राजभवन जा रहे हैं. बढ़ी हुई जीएसटी (वस्तु एवं सेवा कर) के कारण बेरोजगारी और उत्पीड़न बढ़ रहा है. पुलिस दबाव में है और हमें रोक रही है." कांग्रेस विधायक दल के नेता बालासाहेब थोराट, अशोक चव्हाण, मोहन जोशी, चंद्रकांत हंडोर और वर्षा गायकवाड़ जैसे नेताओं सहित कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल को शुरू में पुलिस उपायुक्त (जोन 1) डॉ हरि बालाजी ने रोका. नेताओं ने आरोप लगाया कि यह आपातकाल जैसी स्थिति है.
बीजेपी ने कांग्रेस के पूछा ये सवाल
बालासाहेब थोराट ने कहा कि “हमें विरोध करने का अधिकार है. आजादी से पहले भी हम सभी को विरोध करने का अधिकार था. सरकार हमारा गला घोंट रही है. हम विरोध प्रदर्शन करेंगे." पुलिस ने राजभवन के प्रवेश द्वार पर लगे कांग्रेस के बैनर भी हटा दिए और बाबुलनाथ सिग्नल के पास राजभवन क्षेत्र की ओर जाने वाली कारों को रोक दिया. वहीं इस मामले पर भाजपा नेता और पूर्व मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने कहा कि “कांग्रेस महा विकास अघाड़ी सरकार का हिस्सा थी. समस्याओं के समाधान के लिए उन्होंने क्या किया?”
करीब महीने भर पूर्व एकनाथ शिंदे की बगावत से पहले महा विकास अघाड़ी सरकार में थी, जिसका कांग्रेस भी एक हिस्सा थी. वहीं अब स्थिति बदलने के बाद कांग्रेस सरकार पर हमलावर है. बीते 30 जून को एकनाथ शिंदे और देवेंद्र फडणवीस ने मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी.