राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की युवा शाखा महाराष्ट्र के राज्यपाल बी एस कोश्यारी की 'मुंबई विरोधी' टिप्पणी के विरोध में 6,000 पत्र भेजेगी। पत्र में राज्यपाल से "महाराष्ट्र के खिलाफ नफरत की बीमारी" से उबरने की कामना की गई है।
पत्र में लिखा "आप महाराष्ट्र के खिलाफ नफरत की बीमारी से जल्द ही हों ठीक"
इस पत्र में कहा गया है कि आप लगातार महाराष्ट्र और महाराष्ट्र के महान लोगों का अपमान करते हैं। हम, महाराष्ट्र के युवाओं के रूप में, इस सवाल का सामना करते हैं कि आप राज्य के कल्याण के लिए महाराष्ट्र के राज्यपाल हैं या नफरत के लिए। आपने संवैधानिक पद धारण करने के लिए जो शपथ ली थी, उसका आप ईमानदारी से पालन करेंगे। आशा है कि आप महाराष्ट्र की नफरत की बीमारी से जल्द ही ठीक हो जाएंगे।
राष्ट्रवादी युवा कांग्रेस (एनवाइसी) के पदाधिकारी और स्थानीय राकांपा नेता नासिक में जनरल पोस्ट ऑफिस (जीपीओ) में एकत्र हुए और अपने अभियान के हिस्से के रूप में कुछ पत्र पोस्ट किए।
कोश्यारी द्वारा कई गई टिप्पणी जिसमें कहा गया था कि, अगर गुजरातियों और राजस्थानियों को महाराष्ट्र से, खासकर मुंबई और ठाणे से बाहर कर दिया जाता है, तो आपके पास पैसे नहीं रहेंगे और मुंबई वित्तीय राजधानी नहीं रहेगी, उनकी इस टिप्पणी के बाद विवाद खड़ा हो गया था। जिसके बाद उन्होंने अपनी प्रतिक्रिया दी थी और कहा कि उनके द्वारा की गई टिप्पणी का गलत अर्थ निकाला जा रहा है।
राज्यपाल ने मारवाड़ी समाज के कार्यक्रम में दिया था बयान
बता दें कि बीते शुक्रवार को भगत सिंह कोश्यारी ने मारवाड़ी समाज के कार्यक्रम में एक बयान में मुंबई को लेकर एक टिप्पणी की थी, जिसके बाद उन्हें कई लोगों की प्रतिक्रियाओं का सामना करना पड़ रहा है। उनके बयान से शिवसेना कुछ ज्यादा ही नाराज हो गई है।
उद्धव बोले, मुंबई को महाराष्ट्र से अलग करना चाहते हैं राज्यपाल
पूर्व मुख्यमंत्री व शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने राज्यपाल के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए उन पर हमला बोल दिया है। उद्धव ने कहा कि राज्यपाल इस तरह का बयान देकर मुंबई को महाराष्ट्र से अलग करना चाहते हैं। अब समय आ गया है कि उन्हें घर भेज दिया जाए। उद्धव इतने पर ही नहीं रुके। उन्होंने कहा कि राज्यपाल के इस बयान पर उन्हें महाराष्ट्र की मशहूर कोल्हापुरी चप्पल दिखाने की जरूरत है।