अंबरनाथ। 1000 वर्ष प्राचीन शिवमंदिर और मलंगगढ़ पहाड़ियों में से किसी समय मे बारह महीने बहने वाली वालधुनी नदी अंबरनाथ व उल्हासनगर शहर की कभी आनबान और शान थी, घरों का सिवेज और कारखानों का केमिकल वालधुनी नदी में छोड़ देने से इन 30 सालों में नदी अत्यंत प्रदूषित हुयी।
जल जीवन दायिनी वालधुनी नदी को माता मानकर इसे पुर्वस्वरूप देने हेतु अंबरनाथ नगरपालिका प्रशासन द्वारा जन सहभाग से श्रमदान करते हुये 14 फरवरी वेलेंटाइन डे से लेकर 5 जुन पर्यावरण दिवस तक अंबरनाथ नगरपालिका द्वारा जीआईपीआर डेम काकोले तालाब, एमआईडीसी से होते हुये फ़णशीपाडा पुल, रेडचिली ढाबा, रिलायंस पुल से होते हुए शिवमन्दिर तक अंबरनाथ नपा की सरहद में 3100 मीटर तक वालधुनी नदी स्वच्छ्ता अभियान चलाया जायेगा। 14 फरवरी वेलेंटाइन डे, प्रेम दिवस के रूपमें मनाया जाता है, पर्यावरण व नदी पर प्रेम करने का संकल्प करते हुये वालधुनी नदी स्वच्छ्ता अभियान में शामिल होने का आवाहन अंबरनाथ नपा द्वारा किया गया है।
हर दिन 2 घण्टे स्वच्छ्ता अभियान में शामिल होनेवाले पर्यावरण प्रेमी व्यक्ति या संस्थाएं 10 फरवरी तक अंबरनाथ नपा प्रशासन कार्यालय में जानकारी व निवेदन जमा कर सकते है। वालधुनी नदी को पुर्ववैभव प्राप्त करके देनेके अंबरनाथ नपा के स्वच्छ्ता अभियान प्रयास उपक्रम में शामिल होकर साथ देनेकी अपील अंबरनाथ नपा के प्रशासक डॉ प्रशांत रसाळ जी द्वारा की गई है।
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