कोरोनाकाल में व्यापारियों को अत्यंत कठिन दिनों का सामना करना पड़ा हैं। तमाम निर्देशों का पालन करने के बाद भी महानगरपालिका की कार्रवाई टीम द्वारा अवैध रूप से कार्रवाई कर शारीरिक-मानशिक रूप से फेरीवालों को प्रताड़ित किया जा रहा है। नोटिस में यह भी कहा गया है कि दस्ते के कर्मचारी निजी अधिकारों का हनन कर अवैध कार्रवाई कर रहे थे। यह भी आरोप है कि महानगरपालिका के लोगों द्वारा जबरन वसूली की जा रही है।
नागरिकों के सामान सड़कों पर फेंक दिया गया, ऐसा व्यवहार किया जाता है जिससे फेरीवालों को भारी नुकसान भुगतना पड़ रहा है। साथ ही उनके सम्मान और प्रतिष्ठा को कलंकित किया जा रहा है। केंद्रीय मानवाधिकार संगठन के उपाध्यक्ष अश्विनी केंद्रे ने कहा कि महानगरपालिका के संबंधित स्टाफ अधिकारियों को दमनकारी कार्रवाई के संबंध में नोटिस जारी किया गया है। उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई कर उनके खिलाफ ठोस कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि केडीएमसी और ठाणे पुलिस को अधिवक्ता अनिरुद्ध कुलकर्णी के माध्यम से नोटिस जारी किया गया था।