सरिता शर्मा
मलाड के बाद अब दहिसर में भी इमारत गिरने का हादसा हुआ है। शुरुवाती जानकारी के अनुसार इलाके में तीन चॉल के घर ढह गए हैं। एक की मौत की सूचना है। फायर ब्रिग्रेड मौके पर पहुंची है।
आपको बता दें कि मुंबई में बुधवार को पूरे दिन हुई बारिश के बाद मालवानी इलाके में एक चार मंजिला इमारत रात 11.10 बजे ढहकर दूसरी इमारत पर गिर गई थी। हादसे के बाद मलबे से 18 लोग निकाले गए थे। इनमें से १२ की मौत हो चुकी है। बाकी 7 घायलों का बीडीबीए नगर जनरल हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है। हादसे के वक्त इमारत में तीन परिवार रह रहे थे।
आपको बता दें कि मुंबई में बुधवार को पूरे दिन हुई बारिश के बाद मालवानी इलाके में एक चार मंजिला इमारत रात 11.10 बजे ढहकर दूसरी इमारत पर गिर गई थी। हादसे के बाद मलबे से 18 लोग निकाले गए थे। इनमें से १२ की मौत हो चुकी है। बाकी 7 घायलों का बीडीबीए नगर जनरल हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है। हादसे के वक्त इमारत में तीन परिवार रह रहे थे।
इस इमारत में 3 से 4 परिवार रहते थे। हालांकि, दो परिवार कुछ दिन पहले ही यहां से दूसरी जगह चले गए थे। BMC सूत्रों की मानें तो अब्दुल हमीद रोड पर न्यू कलेक्टर कंपाउंड में बनी यह इमारत बुधवार को हुई बारिश से पहले 'ताऊ ते' चक्रवात के दौरान ही कमजोर हो गई थी। BMC की टीम ने कुछ दिन पहले सैकड़ों इमारतों का स्ट्रक्चरल ऑडिट कर 21 इमारतों को खतरनाक घोषित किया था। हालांकि, उस लिस्ट में यह इमारत नहीं थी। इसका भी ऑडिट हुआ होता तो आज एक बड़ा हादसा टल जाता।
भाजपा नेता राम कदम इस हादसे के लिए शिवसेना को जिम्मेदार बता रहे हैं। वे कहते हैं, 'यह दुर्घटना शिवसेना शासित BMC की लापरवाही के कारण हुई है। यह हादसा नहीं हत्या है।' हादसे के बाद पीड़ितों को मरहम लगाने के लिए सरकार ने 5-5 लाख के मुआवजे का ऐलान किया। CM उद्धव ठाकरे भी बेटे के साथ मुंबई के शताब्दी हॉस्पिटल घायलों का हालचाल जानने के लिए पहुंचे, जहां रोते हुए घायलों ने अपना हाल उन्हें बताया।