प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के अधिकारी बने गूंगे-बहरे
अंबरनाथ के औद्योगीक विभाग MIDC से निकलने वाला जहरीला केमिकल से जहां पर्यावरण को भारी नुकसान तो वही पर मानव भी इससे अछूते नही है। MIDC कंपनियो से निकलने वाला जहरीला केमिकल को टैंकरों से नालों और नदियों में छोड़ा जा रहा है जिससे मानव के जीवन मे तरह तरह की बीमारियों ने अपना घर बना लिया है। इसी तरह अंबरनाथ MIDC डोंबिवली MIDC अंबरनाथ MIDC बदलापुर सहित उल्हासनगर में चल रही केमिकल कंपनीयों से निकलने वाला जहरीला केमिकल को रोकने के लिए प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड बनाया गया है लेकिन प्रदूषण कंट्रोल आफिस सिर्फ माल कमाने के लिए बनाया गया है। अधिकारी इन कम्पनियों को खुली छूट दे रखी है किसी प्रकार का नियंत्रण नही है जिससे आज मानव और पर्यावरण को भारी नुकसान हो रहा है। इसी का जीता जागता उदाहरण है की अंबरनाथ शिवाजी नगर पुलिस ने एक केमिकल कंपनी जिसका नाम में डिजिकेम इंड्रस्टी प्लाट 71 पर गंदा केमिकल पानी छोड़ने का मामला दर्ज किया है । पूरे मामले की जांच चल रही है।