दिल्ली हिंसा के बाद सचिन तेंदुलकर और लता मंगेशकर के ट्वीट की जांच की बात से महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख ने पलटी मार ली है। देशमुख ने कहा कि उनके बयान को तोड़ मरोड़ कर पेश किया गया है। अब उन्होंने कहा कि लता मंगेशकर और सचिन तेंदुलकर के ट्वीट की नहीं बल्कि भाजपा के आईटी सेल की जांच होगी और उस समय ऐसा ही कहा गया था। इस समय 12 इंफ्लूएंसर्स सरकार के स्कैनर पर हैं।
महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने आज यानी सोमवार को कहा कि किसान आंदोलन को लेकर ट्वीट करने का दबाव डालने के आरोपों के संबंध में सचिन तेंदुलकर और लता मंगेशकर की जांच नहीं होगी, बल्कि भाजपा के आईटी सेल की जांच की जाएगी।
जब महाराष्ट्र के गृहमंत्री ने ट्वीट की जांच की बात की थी तब वे विपक्ष के निशाने पर आ गए थे। अब देशमुख ने कहा कि मैंने सचिन तेंदुलकर और लता मंगेशकर के ट्वीट के जांच की बात नहीं की, बल्कि मैंने बीजेपी के आईटी सेल के जांच की बात की थी।
पिछले दिनों अमेरिकी गायिका रिहाना और स्वीडन की पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग ने किसान आंदोलन के समर्थन में ट्वीट किए थे। इसके बाद क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर और गायिका लता मंगेशकर ने सरकार के सपोर्ट में हैशटैग के साथ जवाबी ट्वीट किए थे।
इसके बाद महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख ने कहा था कि राज्य का खुफिया विभाग कुछ हस्तियों पर किसान आंदोलन को लेकर ट्वीट करने का दबाव डालने के आरोपों के संबंध में जांच करेगा देशमुख ने एक ऑनलाइन बैठक के दौरान राज्य सरकार के सहयोगी दल कांग्रेस की तरफ से उठाई गई मांग के संबंध में यह टिप्पणी की थी। जिससे अब उन्होंने यू-टर्न लेते हुए कहा है कि भाजपा के आईटी सेल की जांच होगी।
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