असम पुलिस ने राज्य पुलिस परीक्षा पत्र लीक घोटाला मामले में शुक्रवार को 36 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दायर की है. विशेष अदालत में दायर की गई चार्जशीट में इन लोगों के खिलाफ घोटाले में संलिप्तता के आरोप हैं. 2621 पन्नों के आरोप पत्र में करीमगंज के पूर्व पुलिस अधीक्षक कुमार संजीत कृष्णा, बीजेपी से निष्कासित नेता डिबोन डेका और रिटायर्ड डीआईजी पी के दत्ता के नाम भी शामिल हैं.
आपराधिक जांच विभाग (CID) के आईजी सुरेन्द्र कुमार ने शनिवार को मीडिया से बताया कि मामले में पहली गिरफ्तारी होने के 87 दिनों के बाद चार्जशीट दाखिल की गई है. उन्होंने कहा कि 1,217 पन्नों की केस डायरी भी फाइल की गई है और गवाह में 183 लोगों के नाम शामिल हैं.
आईजी ने बताया कि मामले में गिरफ्तार किए गए 5 लोगों के बयान न्यायिक मजिस्ट्रेट द्वारा रिकॉर्ड की गई. इस घोटाले में राज्य पुलिस ने 6.27 करोड़ रुपये कैश, 32 मोबाइल फोन, 11 डिजिटल वीडियो रिकॉर्डर, 5 लैपटॉप और दो टू-व्हिलर सहित 10 गाड़ियां जब्त की थी. कुमार ने कहा कि करीमंगज के पूर्व एसपी कुमार संजीत कृष्णा, रिटायर्ड डीआईजी पी के दत्ता और बीजेपी के निष्कासित नेता डिबोन डेका सहित कुल 40 लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है.
गौरतलब है कि मामले में राज्य स्तरीय पुलिस भर्ती बोर्ड (SLPRB) के तत्कालीन अध्यक्ष प्रदीप कुमार की शिकायत के बाद केस दर्ज किया गया था. उन्होंने घोटाले की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया था.
20 सितंबर को असम पुलिस में दारोगा के 597 पदों की लिखित परीक्षा का प्रश्न-पत्र लीक हो गया था. और राज्य पुलिस भर्ती बोर्ड ने परीक्षा शुरू होने के कुछ समय बाद ही इसे रद्द कर दिया था. असम के सभी जिलों में 154 केंद्रों पर परीक्षा देने के लिए करीब 66,000 अभ्यर्थियों ने अपने एडमिट कार्ड डाउनलोड किए थे.
प्रदीप कुमार के इस्तीफे के बाद सरकार ने राज्य के डीजीपी को SLPRB का अध्यक्ष बनाया था और इन पदों के लिए दोबारा 22 नवंबर को परीक्षा हुई थी. परीक्षा परिणाम 12 दिसंबर को सामने आया था. 3,162 अभ्यर्थी अगले राउंड की परीक्षा के लिए सफल हुए थे.