उल्हासनगर. महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के उल्हासनगर शहर अध्यक्ष बंडू देशमुख ने मांग की थी कि उल्हासनगर कैम्प-3 स्थित सरकारी सेंट्रल अस्पताल में वेंटिलेटर की सुविधा मुहैया कराए जाने की मांग की थी. राज्य सरकार के संबंधित विभाग ने अस्पताल को 6 वेंटिलेटर उपलब्ध करा दिए है. कोरोना की महामारी के चलते अस्पताल में वेंटिलेटर बहुत ही जरूरी था. वेंटिलेटरों को जल्द से जल्द उपलब्ध नहीं कराने पर आंदोलन की चेतावनी भी मनसे के देशमुख द्वारा दी गई थी. जिसके बाद अब अस्पताल में 6 वेंटिलेटर की व्यवस्था सरकार द्वारा कर दी गई है.
सेंट्रल अस्पताल में पिछले एक साल से वेंटिलेटर सिस्टम की कमी में महसूस की जा रही थी. वेंटिलेटर के अभाव में कई गंभीर रूप से बीमार रोगियों के उपचार में बाधा उत्पन्न होती थी. परिणाम स्वरूप कई रोगियों को समय पर इलाज न मिलने के कारण अपनी जान से हाथ धोना पड़ा है, जबकि अनेक मरीजों को वेंटिलेटर की कमी का हवाला देते हुए इलाज के लिए मुंबई और ठाणे के अस्पतालों में भेजा जाता रहा है.
मनसे के शहर अध्यक्ष बंडू देशमुख ने बताया कि इस मांग के लिए मनसे की ओर से 22 जुलाई को आंदोलन किया गया था. इस संदर्भ में उप निदेशक डॉ. गौरी राठौर, जिला सर्जन, डॉ. सुधाकर शिंदे को एक लिखित पत्र भी दिया गया था. जिसके बाद अस्पताल में 6 वेंटिलेटर प्रदान किए गए है और इन वेंटिलेटरों को स्थापित करने का काम शुरू कर दिया गया है. जल्द ही शहर के गरीब मरीजों के लिए उपलब्ध होगा. प्रत्येक मरीज की थर्मल स्क्रीनिंग भी अस्पताल के गेट पर की जाएगी. इसी तरह सेंट्रल अस्पताल में इलाज के लिए आने वाले मरीजों को बेहतर दुविधाएं देने की मांग शिवसेना, राकां तथा स्थानीय कांग्रेसी पदाधिकारी आदि भी कर चुके है.
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